देवा शरीफ
तीर्थस्थली देवा कस्बा, लखनऊ से मात्र 42 किलोमीटर दूर स्थित है, और पुराने ‘अवध क्षेत्र’ के हृदय में स्थित बाराबंकी जिला मुख्यालय से मात्र 12 किलोमीटर दूर है। यह हाजी वारिस अली शाह की जन्मस्थली है, जिन्होंने मानवता के लिए सार्वभौमिक प्रेम के अपने संदेश से लोगों की कई पीढ़ियों के जीवन को प्रभावित करना था। हाजी वारिस अली शाह 19वीं शताब्दी की पहली तिमाही में हुसैनी सय्यदों के एक परिवार में जन्में थे। उनके बचपन में ही पिता सय्यद कुर्बान अली शाह का देहान्त हो गया था। हिंदु समुदाय ने उन्हें उच्च सम्मान में रखा तथा उन्हें एक आदर्श सूफी और वेदांत का अनुयायी मानते थे। हाजी साहब का 7 अप्रैल, 1905 को स्वर्गवास हो गया। उनको उसी स्थान पर दफनाया गया जहां उनका स्वर्गवास हुआ था, और उस जगह पर उनके कुछ समर्पित अनुयायियों ने जिसमें दोनों हिंदू और मुसलमान भक्तों ने उनकी स्मृति में एक भव्य स्मारक स्थापित किया। हर साल ‘सफर’ (चन्द्र आधारित) महीने में पवित्र कब्र पर उर्स आयोजित होता है। हाजी वारिस अली शाह कार्तिक के महीने (अक्टूबर-नवंबर) में अपने पिता के ‘उर्स’ का आयोजन करते थे, जिसे आज भी संतों के स्मरण के उपलक्ष्य में ‘देवा मेला’ के नाम से एक बड़ा मेला आयोजित किया जाता है। देश के सभी हिस्सों और विदेशों से तीर्थयात्री महान सूफी संत, हाजी वारिस अली शाह और उनके पिता कुर्बान अली शाह को श्रद्धांजलि अर्पित करने आते हैं। एक बड़ा मवेशी बाजार मेले का मुख्य आकर्षण है। मेले के दौरान अच्छी विविधता लिये सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें ऑल इंडिया मुशायरा, कवि सम्मेलन, संगीत सम्मेलन, मानस सम्मेलन, सीरतुन-नबी इत्यादि शामिल हैं। खेल प्रेमी लोगों को हॉकी, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, एथलेटिक्स, इत्यादि जैसी आयोजित स्पर्धाओं से बहुत आन्नद मिलता है। सैकड़ों चमकीले ढंग से प्रकाशित और सजाई हुई दुकानें विविध प्रकार की हस्तशिल्प, घरेलू उपयोग की वस्तुएं, खिलौने, स्वादिष्ट स्नैक्स और मिठाइयां प्रस्तुत करती हैं। आतिशबाज़ी के एक शानदार प्रदर्शन के साथ 10 दिनों वाले देवा मेला का समापन होता है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
निकटतम हवाई अड्डा लखनऊ में है, जो 54 किलोमीटर दूर है देवा शरीफ (बाराबंकी) से
ट्रेन द्वारा
निकटतम रेलवे स्टेशन बाराबंकी में है, जो कि देवा शरीफ से 12 किमी दूर है।
सड़क के द्वारा
देवा शरीफ लखनऊ से 42 किलोमीटर पर है और बाराबंकी के जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। आसानी से सुलभ परिवहन सुविधाएं मौजूद हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें लखनऊ और बाराबंकी से सुबह 6.00 बजे से रात 9.00 बजे तक चलती हैं। इसके अलावा कारें, थ्री-व्हीलर, जीप आदि भी उपलब्ध हैं।